पहचान – इसमें फेफड़े में जख्म हो जाता है और खांसने पर पीव आती है तथा बराबर बुखार बना रहता है | इलाज : पांच माशे मुल्तानी मिट्टी पानी में घोलकर पीते रहे और ऊपर से खुफ़ का रस पिए इससे यदि थूक में खून आता हो तो बंद हो जायेगा | पपड़ी कत्था तीन माशे, गेरू तीन माशे, अफीम एक माशे, संगजराह साढे तीन…
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